
ममतामयी माँनंदिनी-करुणामयी माँ इरावती।सन्तान तेरी मिल उतारें, भाव-भक्ति से आरती...लीला तुम्हारी हम न जानें, भ्रमित होकर हैं दुखी।सत्पथ दिखाओ माँ, बने सन्तान सब तेरी सुखी॥निर्मल ह्रदय के भाव हों, किंचित न कहीं अभाव हों-सात्विक रहे आचार, माता सदय रहो निहारती..कुछ काम जग के आ सकें, महिमा तुम्हारी गा सकें।सत्कर्म कर आशीष मैया!, पुत्र तेरे पा...