Friday, April 11, 2025

बुधवार, 29 दिसंबर 2010

शुभाकांक्षा :

शुभाकांक्षा :                                                                                            ...

बिदाई गीत: अलविदा दो हजार दस... संजीव 'सलिल'

बिदाई गीत:                                                                                 ...

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2010

देहावसान : वयोवृद्ध शिक्षाविद-अर्थशास्त्री प्रो. सत्यसहाय श्रीवास्तव -संजीव वर्मा 'सलिल'

देहावसान : वयोवृद्ध शिक्षाविद-अर्थशास्त्री प्रो. सत्यसहाय श्रीवास्तव   -संजीव वर्मा 'सलिल' बिलासपुर, छत्तीसगढ़ २८.११.२०१०. स्थानीय अपोलो चिकित्सालय में आज देर रात्रि विख्यात अर्थशास्त्री, छत्तीसगढ़ राज्य में महाविद्यालायीन शिक्षा के सुदृढ़ स्तम्भ रहे अर्थशास्त्र की ३ उच्चस्तरीय पुस्तकों के लेखक, प्रादेशिक...

रविवार, 19 सितंबर 2010

विशेष विचार प्रधान शोधपरक लेख: समय और परिस्थितियों के शिकार कायस्थ जन --संजीव वर्मा 'सलिल'

 समय और परिस्थितियों के शिकार कायस्थ जन संजीव वर्मा 'सलिल' * समस्त सृष्टि के निर्माता परात्पर परमब्रम्ह निर्विकार-निराकार हैं. आकार न होने से उनका चित्र गुप्त है. जिस अनहद नाद में योगी लीन रहते हैं, वह ॐ ही सकल सृष्टि का जन्दाताजन्मदाता, पालक, तारक है. निराकार चित्र गुप्त जब आकार धारण करते हैं तो सृष्टि ब्रम्हांड के जन्मदाता...

शनिवार, 24 जुलाई 2010

चित्रगुप्त महिमा - आचार्य संजीव 'सलिल'

चित्रगुप्त महिमा - आचार्य संजीव 'सलिल' * चित्र-चित्र में गुप्त जो, उसको विनत प्रणाम। वह कण-कण में रम रहा, तृण-तृण उसका धाम । विधि-हरि-हर उसने रचे, देकर शक्ति अनंत। वह अनादि-ओंकार है, ध्याते उसको संत। कल-कल,छन-छन में वही, बसता अनहद नाद। कोई न उसके पूर्व है, कोई न उसके बाद। वही रमा गुंजार में, वही थाप, वह नाद। निराकार साकार वह, नेह नर्मदा नाद। 'सलिल' साधना का वही, सिर्फ़ सहारा एक। उस पर ही करता...

शनिवार, 20 फ़रवरी 2010

'गोत्र' तथा 'अल्ल' acharya sanjiv 'salil'

'गोत्र' तथा 'अल्ल' 'गोत्र' तथा 'अल्ल' के अर्थ तथा महत्व संबंधी प्रश्न राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद् का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते मुझसे भी पूछे जाते हैं. स्कन्दपुराण में वर्णित श्री चित्रगुप्त प्रसंग के अनुसार उनके बारह पत्रों को बारह ऋषियों के पास विविध विषयों की शिक्षा हेतु भेजा गया था. इन से ही कायस्थों की बारह उपजातियों का श्री गणेश हुआ. ऋषियों के नाम ही उनके शिष्यों के गोत्र हुए. इसी कारण...

शुक्रवार, 1 जनवरी 2010

शुभ कामनाएं सभी को... संजीव "सलिल"

शुभ कामनाएं सभी को... संजीव "सलिल" salil.sanjiv@gmail.com divyanarmada.blogspot.com शुभकामनायें सभी को, आगत नवोदित साल की. शुभ की करें सब साधना,चाहत समय खुशहाल की.. शुभ 'सत्य' होता स्मरण कर, आत्म अवलोकन करें. शुभ प्राप्य तब जब स्वेद-सीकर राष्ट्र को अर्पण करें.. शुभ 'शिव' बना, हमको गरल के पान की सामर्थ्य दे. शुभ सृजन कर, कंकर से शंकर, भारती को अर्ध्य दें.. शुभ वही 'सुन्दर' जो जनगण को मृदुल...